पुस्तक - मूल निवासी का सच
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भारतीयों को ‘स्वतंत्रता’ मिलने के साथ उनका ‘स्व’ उनसे दूर होता गया
यदि कोई भी सामान्य प्रबुद्ध ‘भारतीय स्वतन्त्रता’ और उसके ‘स्व’ को देखना समझना और इन दोनों के परस्पर संबंधों का एक आलोचनात्मक विश्लेषण करना च...
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हमारी चेतनाओं का इस कदर ब्राह्मणीकरण किया जा चुका है कि हमें पता ही नहीं है कि हमारी चेतनाओं का भी ब्राह्मणीकरण ...
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( The ‘Dark’ Psychology to Rule) इसे आप शासन की दुष्टता समझें या कुशलता, यह शासन के अंधेरे का पक्ष है, जिसे सभी जागरूक को जानना चाहिए। आज ...
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“होलिका दहन” या “होली का दहन” शब्द- युग्म देखने में तो एक जैसे लगते हैं, परन्तु इन दोनों में जमीन आसमान का अंतर है| ‘होली का दहन' एक ...
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