रविवार, 29 अगस्त 2021

पुस्तक - बुद्ध, दर्शन एवं रूपांतरण

 बुद्ध, दर्शन एवं रूपांतरण

यह पुस्तक बुद्ध की वैज्ञानिकता और सिद्धांत को व्याख्यायित करता है।

बुद्ध के सिद्धांत को दर्शन के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। बुद्ध की शिक्षाएं धर्म नहीं है, सफल जीवन का दर्शन एवं सिद्धांत है।

हिन्दू संस्कृति का उदय एक हजार वर्ष पूर्व हुआ, इसके पहले इसका कोई पुरातात्विक साक्ष्य नहीं है।

बुद्ध दर्शन का विरुपित (Distorted) रुपांतरण ही हिन्दू दर्शन एवं संस्कृति है।

रुपांतरण की शक्तियों, कारक, मनोविज्ञान और प्रक्रिया को समझने में यह पुस्तक सहायक है।

इसका एक बार अवश्य अवलोकन करें। यह गुगल ड्राइव पर है।

कमेंट अवश्य दें।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

राष्ट्र का विखंडन और संस्कृति

कोई भी राष्ट्र विखंडित होता है, या विखंडन की ओर अग्रसर है, तो क्यों? संस्कृति इतनी सामर्थ्यवान होती है कि किसी भी देश को एकजुट रख कर एक सशक्...